ऐमनिस्टी इन्टरनेशनल नें आले ख़लीफ़ा सरकार पर ज़ोर दिया है कि वह शिया धर्मगुरू आयतुल्लाह नेजादी, जिनकी नागरिकता सन् 2012 में रद्द कर दी गई थी, को परेशान करने की मुहिम बंद करके अपने फ़ैसले को बदल दे।
15 अप्रेल को आले ख़लीफ़ा सरकार नें आयतुल्लाह नेजाद को बहरैन छोड़ने के लिये दो दिन का समय दिया था और यह धमकी दी थी कि अगर वह ऐसा करने में असफल रहे तो तो उनके घर वालों को इसका परिणाम भुगतना होगा।
आयतुल्लाह नेजाद विफक्ष के उन 31 हस्तियों में से हैं जिनकी नागरिकता 2012 में देश के विदेश मंत्रायल नें रद्द कर दी थी।
आयतुल्लाह नेजाद और अन्य विपक्षी संगठनों के लीडरों की नागरिकता को समाप्त करने के आले ख़लीफ़ा सरकार के क़दमों की कड़ी निंदा करते हुए ऐमनिस्टी इन्टरनेशनल के इस पदाधिकारी नें कहा कि आले ख़लीफ़ा के ऐसे क़दमों का उद्देश्य सभी विरोधियों को चुप करना है।
16 अप्रेल को बहरैन की सबसे बड़ी विपक्षी पार्टी विफ़ाक़ नें आले ख़लीफ़ा के इस ग़ैर क़ानूनी क़दम की कड़े शब्दों में निंदा करते हुए कहा कि किसी एक राष्ट्रीय धार्मिक हस्तियों को निशाना बनाना पूरी बहरैनी जनता को निशाना बनाना है।
20 अप्रैल 2014 - 19:16
समाचार कोड: 603746

ऐमनिस्टी इन्टरनेशनल नें आले ख़लीफ़ा सरकार पर ज़ोर दिया है कि वह शिया धर्मगुरू आयतुल्लाह नेजादी, जिनकी नागरिकता सन् 2012 में रद्द कर दी गई थी, को परेशान करने की मुहिम बंद करके अपने फ़ैसले को बदल दे